Friday, 14 July 2017

"मीडिया" संविधान का एक चौथा स्तंभ



मीडिया वह स्तंभ है जिसपर टिका है जन का विश्वास,
मीडिया वह हथियार है जिससे मिट रहा देश का भ्रष्टाचार,
मीडिया से त्रस्त है सारे भ्रष्ट व्यापारी, नेता और बेईमान,
पत्रकार की जान के पीछे पड़े हैं, कर रहें चौतरफा प्रहार।।

#Journalist Pawan Kumar Choudhary# की कलम से देश हित में जारी।


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Saturday, 25 March 2017

हम तुम्हे यादों से आजाद करते हैं



हम तुम्हे यादों से आजाद करते हैं

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जाओ हम तुम्हे यादों से भी आजाद करते हैं,
बड़े नादान थे हम जो तुमसे छुपाकर ही तुम्हे याद करते हैं।


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भावे मन को घनेरी छाव ना



       भावे मन को घनेरी छाव ना
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गरम रातों को सर पर ढ़ोए,
समझ में आता मौसम का बदलाव ना।


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एक गरीबी बिलख कर रोई


       एक गरीबी बिलख कर रोई
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कड़ी धूप में निकली पथ को,
क्या कहोगे बताओ ना।


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Monday, 20 March 2017

देख आंखों के दर्पण में



देख आंखों के दर्पण में,
इन्सान पहचानना मुश्किल है।
मासूम नजर के बनते फिरते,
ऐसे बदले चेहरों में।
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तुझसे मिलने की कोई सूरत नहीं



ना तुझसे मिलने की कोई सूरत नजर आती,
ना आता तेरा कोई जवाब।

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