वर्षावाणी (A Theme Project of Navhindustan News)
Monday, 20 March 2017
देख आंखों के दर्पण में
वर्षावाणी
देख आंखों के दर्पण में,
इन्सान पहचानना मुश्किल है।
मासूम नजर के बनते फिरते,
ऐसे बदले चेहरों में।
..............................POET -
VARSHA JAISWAL
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