वर्षावाणी (A Theme Project of Navhindustan News)
Saturday, 25 March 2017
हम तुम्हे यादों से आजाद करते हैं
वर्षावाणी
हम तुम्हे यादों से आजाद करते हैं
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जाओ हम तुम्हे यादों से भी आजाद करते हैं,
बड़े नादान थे हम जो तुमसे छुपाकर ही तुम्हे याद करते हैं।
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VARSHA JAISWAL
भावे मन को घनेरी छाव ना
वर्षावाणी
भावे मन को घनेरी छाव ना
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गरम रातों को सर पर ढ़ोए,
समझ में आता मौसम का बदलाव ना।
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VARSHA JAISWAL
एक गरीबी बिलख कर रोई
वर्षावाणी
एक गरीबी बिलख कर रोई
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कड़ी धूप में निकली पथ को,
क्या कहोगे बताओ ना।
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VARSHA JAISWAL
Monday, 20 March 2017
देख आंखों के दर्पण में
वर्षावाणी
देख आंखों के दर्पण में,
इन्सान पहचानना मुश्किल है।
मासूम नजर के बनते फिरते,
ऐसे बदले चेहरों में।
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VARSHA JAISWAL
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तुझसे मिलने की कोई सूरत नहीं
ना तुझसे मिलने की कोई सूरत नजर आती,
ना आता तेरा कोई जवाब।
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Pawan Kumar Choudhary
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Monday, 13 March 2017
रंगों का संसार, जीवन में प्यार,
वर्षावाणी
रंगों का संसार, जीवन में प्यार,
अपनों की खुशी, रंगों की बाल्टी में उमंग पीले-लाल।
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VARSHA JAISWAL
देखो होली आई रे।
वर्षावाणी
इंद्रधनुष से रंग चुरा कर,
देखो होली आई रे।
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VARSHA JAISWAL
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